सूक्ष्म्ाता
भावाभिव्यक्ति में भाव बेहद सूक्ष्म जबकि शब्द बेहद स्थूल साबित
होते हैं और इसीलिए गहन भावों की अभिव्यक्ति शब्दों के माध्यम से
सम्पूर्ण कभी नहीं हो सकती । कुछ अनकहा शेष रह ही जाता है और कुछ
अकथ्य, शब्दों में व्यक्त हो ही जाता है ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें